बड़ी जोर से बारिश हुई है, आ जाओ तुमसे मिलने की ख्वाहिश हुई है, आ जाओ जोश-जोश में कह दिया, वो कार-बंद हैं हमारे, इसी बात की आजमाइश हुई है, आ जाओ, यूं तो होता नहीं है राब्ता, अर्श का जमीन से, अबकी खुदा की सिफारिश हुई है, आ जाओ ।। ©कमल "किशोर" #Remember #बारिश #बारिशकीबूंदे #तेरी_याद