कैसा नशा है तुझमे, किसी की नही,सिर्फ तेरी कमी सी खलती है। डर लगता है तुझे खोने से , क्योंकि,तेरी चाहत मुझे मन्नत सी लगती है। शायरों का ताज भले ही पहन लू मैं , पर आज भी ,मेरे शायरियों में तेरी कमी सी खलती है ।।।। #preetysinghaniya#nojoto#someone#mypoetry