शाश्वत संजीवन की जड़ है पारिजात विश्वास में आश बचाए रखती है पतझड़ में मधुमास की मुग्ध तृप्ति है दृश्य मनोरम बात नहीं ये त्रास की और नहीं तो ख़ाली कर दें हंसकर सब एक श्वांस में धीर प्रतीक्षारत हैं नैना प्रिय के प्रेय प्रवास में मन प्रकाश पाता है नेहिल स्मृतियों के उजास में हंस दें तो कुसुम पुलक जाते कंटकपथ वनवास में नित्य सुगंधि विचरती उनकी मन के विपथ निवास में #toyou #yqparijat #yqflower #yqlove #yqpatience #yqspirituality