गहमा-गहमी है दोनों देशों में, जो थे सन् 1947 से पहले एक संग, आज खून के दोनों प्यासे है। हो कर अपने और समझ के पराये, लड़े हैं 1965 और 1971 की जंग, एक जीता एक हारा पर जो मरे भाई सब अपने है। एक दूसरे के आरोप-प्रत्यारोप से, मिट्टी में मिलते लहू के ही एक रंग, दोनों करते वाह-वाही काम नेक किया जैसे है। आओ मिलके प्रण करे समृद्धि के, और सुख-शांति में ना डाले भंग, लोगों ने दोनों मुल्क के जैसे देखे सपने है। On India-Pak Rivalry and Need of the hour to regain the friendship for regional development🤗🤗 #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqfriendship #yourquote #regalravi #wordsofrr