संपर्क टूटा हैं मगर, हौसलों में ना कोई कमी हैं है चाहत जिस मंजिल की...... वो मन्जिल भी चाँद तेरी जमी है माना कि टुटा गया हैं वो तार जो जो मिलाता हमें तेरे अस्तित्व से पर ना टुटा हैं और ना ही टूटेगा संकल्प फिर एक बार आने का तेरी जमीं पर। We proud of you ISRO...