मेरी #माँ ने मुझे ये सिखाया है की #हालात को अपना #गुलाम बनाओ क्योकि गुलाम बनोंगे तो #कुत्ता समझ कर #लात मारेगी दुनिया और #गुलाम_बनोंगे तो #शेर_समझकर_सलाम करेगी दुनिया poet kv singh bhadresh"केशवम" Ashuman Sai Yogi ravaldev