बुरा न मानो होली है, ये हम मस्तानों की टोली है, इधर साली जीजा को *रंग* लगाए, उधर देवर भाभी को *ठंडाई* पिलाए, कोई *पिचकारी* से भर के गुबारे फुलाए, कोई *गुलाल* गुलाल बोल पक्का रंग लगाए, यार *दोस्तों* की भी अलग ही मौजमस्ती है यहां, मोहल्ले भर में घूमते, करते है हुडदंग हर जगह,