"जिंदगी" एक आम जिंदगी भी कितनी खास होती है। खुदा का एहसास अगर दिन रात होती है। क्या ये एक वरदान नहीं कि हम अपने परिवार के साथ है। आज का दिन जो अच्छे से बीता है,फिर शुक्रगुजार हम क्यों नहीं। हमनें हद से ज्यादा पाने की चाह में खुद में लालच को बो दिया है। जो चल रही है नायब जिंदगी उसकी खुशी कहीं खो दिया है। क्यों परेशान रहते है हम आने वाले कल की चाह में। क्यों मृग तृष्णा में खो जाते हर दफा अपने ही राह में। हर सुबह ऐसे उठो जैसे फिर से मिली हो नई जिंदगी। अच्छे बनो, सजदा करो, मुश्कुराओ ये है जिंदगी। ©P.Kumar #life❣️