।।पगले सपने ।। सुबह कर्म-भूमि पर धरते ही प्रथम पग मैं ज्यों नतमस्तक । अपने विद्यार्थियों की सीपी सी आँखों में अपने सपनों के मोती खामोशी से जड़ देती हूँ । #muktamusafirparinde #मुक्तामुसाफिरपरिंदे