समय का भी खेल अद्भुत है, समझने का थोड़ा-सा प्रयास ना किया है, अच्छा इंसान आज बुरा बन गया है, क्यूँकि बुराई का पलड़ा आज भारी है। रख हौंसला अपने में,जो समझेंगे तुझे, वो ही होंगे सच्चे रिश्तेदार अपने, ना कर अब कोई प्रयास रिश्ते बचाने की, अब दिखा उजाला केवल अपने माँ-बाप को।। रिश्ते एक तरफ से नहीं बचते है, दूसरी ओर से भी बचाने वाला कोई होना चाहिए #झूठी_उम्मीद #रिश्ते #माँपापा #आत्मसम्मान #जगसार