खली हुई जिंदगी में कितना बेगार जर। इश्क सच्चा ना हुआ,तो उजागर सहर।। बची हुई ज़िंदगी को यूं न तू बर्बाद कर, मेरा छोड़ तू आपने आप को आबाद कर.! Prakash jha #prakashjha #prakashjha_shayri #prakash_jha #YourQuoteAndMine Collaborating with Prakash Jha