एक लड़की थी अंजनी सी,पागल सी दिवानी सी, जिस पे मैं जान लुटाता था,होंठों पे उसके लाली थी, आँखें नीली-काली सी,बाल थे लम्बे-कालेे से सीधे-साधे घुंघराले से, हवा के जैसे चंचल थी वो नदी के जैसे थी निर्मल, महक उसके बदन का युँ जैसे महकता हो चंदन, वो जो चांद के जैसे हसती थी जो सितारो के जैसे खिलखिलाती थी, वो जो एक लड़की थी सर्मीली सी जो प्यार का नगमे गाती थी, वो जो आइने के सामने सजती थी सवरती थी यूँही मुश्कुराती थी, उठा कर अपना ही घुंघट जो खुद से ही शरमाती थी, सुनहरी थी जिंदगी उस की संजोए रखी थी खुशी के ख़्वाब आँखों में, चाहती थी इश्क़ की बारीश में भीगना मगर ख़ुद के ही सुलगते हुए ख्वाबो की बुंदों से प्यार करती थी, वो शोख शोख नसीली नज़र सांवली सी एक लड़की थी, ये दुनिया खूबशुरत है वो हर इक को बताती थी, चाहत में उसके इतना खो गया मैं, अपने आप से ही अंजान हो गया मैं, इश्क है या इबादत अब कुछ समझ नहीं आता, एक खुबसूरत ख्याल है वो जो दिल से नहीं जाता!! #NojotoQuote