दुख में स्वयं के एक अंगुली आंसू पोछती हैं और सुख में दसों अंगुलियां ताली बजाती है जब स्वयं का शरीर ही ऐसा करता है तो दुनिया से गिला शिकवा क्या करना ©Radha sharma दुख में स्वयं के एक अंगुली आंसू पोछती हैं और सुख में दसों अंगुलियां ताली बजाती है जब स्वयं का शरीर ही ऐसा करता है तो दुनिया से गिला शिकवा क्या करना 🌹जय श्री राधे जी 🌹 #HandsOn