हम चुनाव के माध्यम से अपने जनप्रतिनिधि और मन की सरकार चुनते हैं राजनीतिक दल ही चुनावी खेल के मुख्य खिलाड़ी होते हैं लेकिन कई दलों के रूप स्वरूप लोकतांत्रिक नहीं देखते संविधान में राजनीतिक दल की परिभाषा नहीं है लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में चुनाव आयोग को दल पंजीकरण के अधिकार है लेकिन दल संचरण के व्यवस्थित नियम वाली नहीं है राजनीतिक सुधारों की दिशा में कोई ठोस काम नहीं हुआ और चुनाव सुधारों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले चुनाव सुधारों की दृष्टि से एक देश एक चुनाव विचार करने की अपील की थी इस दफा उन्होंने राजद सुधारों की दृष्टि से परिवारवाद को राजनीतिक का बड़ा खतरा बताया उन्होंने कहा कि परिवारवाद लोकतंत्र का सबसे बड़ा शत्रु है इससे राजनीतिक में सक्रिय प्रभावशाली लोगों को कठिनाई आती है गंभीर समझौते करने पड़ते हैं यह सही भी है यहां एक व्यक्ति और परिवार की तमाम पार्टियां हैं वह एक परिवार की पार्टी होती है उनमें अजीवन राष्ट्रीय अध्यक्षा होते हैं ऐसे दल असल में लोकतंत्र के लिए खतरा है देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में कर्ज से एक ही परिवार कब्जा है नेहरू से लेकर उनकी पुत्री इंदिरा गांधी फिर उनके पुत्र राजीव गांधी फिर उनकी पत्नी सोनिया गांधी और पुत्र राहुल गांधी का परिवार ही कांग्रेसका नीति नितांत है सोनिया जी ही लंबे समय से पार्टी की मुख्य रही है ©Ek villain #परिवारवाद के बेलगाम राजनीति #VantinesDay