मंजिल उसी को मिलती है, जो मंजिल के काबिल होता है, सपनो में जान उसी के होती, जो सपने बनाने में कायम होता है, पंखों से कुछ नहीं होता ,जब तक हमारे हौसलो में जान ना हो और हौसलो में जान उसी के होती है जिसके हौसलो में बुलंद होती है।। @ हमसफ़र अरुण शर्मा