एक खामोश किताब में शोर कितना हैं.. किसी कि चुप्पी को जानो..तो समझो मौन कितना है जो कह नहीं पाए लफ़्ज़ कभी .. तो आँसुओं से समझो उनका मौल कितना है ठहरी आँखों में पढ़ों जो पढ़ना चाहते हो.. लफ्जों में उलझनों का भूगोल कितना है .. कोशिशें बताती है कीमत रिश्तों की शिकायतों में घुटन का बोझ कितना है .. ख़त्म होने लगती हैं दिल से सारी महत्ता तब .. जब कोई समझे नहीं की उसके होने का महत्त्व कितना है.. ©Shivali Taneja #thoughts #nojohindi #Nojoto #Shayari #write #writewhatyoufeel #Books