"ये उन दिनों की बात है" कुछ यादें सजा रखे है उन दिनों की जब मुझे ख़ुश होने के लिए, किसी को ख़ुश करने की ज़रूरत नहीं होती थी बस होती थी तो सच्ची वाली फ़िक्र! सुबह माँ की डाँट और शाम को किसी कूचे पे दोस्तों के साथ जिक्र! आओ ले चलू आपको, उस बचपन की यादों के धूल में जो आपको मिट्टी की तरह अपनी सोंधी खुशबू से सुकून दें जाएगी l 🌺ये उन दिनों की बात है 🌺 😃 *पहले भटूरे को फुलाने के लिये उसमें Eno डालिये .....* *फिर भटूरे से फूले पेट को पिचकाने के लिये Eno पीजिये* जीवन के कुछ गूढ़ रहस्य आप कभी नहीं समझ पायेंगे 🤔