कश्ती लेकर मैंने कतरे को समंदर जाना उसने की थी दोस्ती मैंने मोहब्बत जाना कैसा रहा सफर वो तो मुवकिल बताएगा हा मुसाफिर खुद को शायद कलन्दर जाना उसने कागज़ को खरोंचा कलम से , तरीके से गलती ,लिख के उसने खुद को 'मुनौवर' जाना --- अंकित शुक्ला #Nojoto #Shayari #poem #nojotopoetry #nojotosher #munnaurrana #love #ishq #mohabbt