बरसात का आलम.... बरसात का आलम जरूर हैं, मगर बूंदाबांदी का नामोनिशान नही, शायद तन्हाई के बादल छठ गए हैं, शायद दिल फिर से गरज़ कर रह गया....!! -©®देव कुमार #nojoto #shayri