Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी महक की तरह हम #गुलो से उड़ते हैं, कभी दूरी क

कभी महक की तरह हम 
#गुलो से उड़ते हैं,
 कभी दूरी की तरह #
पर्वतों से उड़ते हैं,
 यह कचियां हमें उड़ने से क्या 
#खाक रोकेगी, 
क्योंकि हम परों से नहीं
 हौसलों से उड़ते हैं.!!

सरहदों पर

©SMA voice group
  #brokenbond  Amit Pandey Kamaal Husain Ajain_words Senty Amarjit