पहली मुलाकात के, चन्द खामोश लमहों को य़ाद करके , ज़िन्दगी आज भी चहक उठती है .... खुशबू ही खुशवू विखर जाती है हर तरफ, सारी फिज़ा महक उठती है......... Pehli mulakat