उफ्फ़! उफ्फ़! उफ्फ़! उफ्फ! ये M-अक्षर(मच्छर), लगता है कि आज ये मच्छर मेरे प्राणरूपी आत्मा को शरीर से अलग करके ही मानेंगे! लगता है कि आज ये मच्छर मेरे प्राणरूपी आत्मा को शरीर से अलग करके ही मानेंगे! उफ्फ़! उफ्फ़! उफ्फ़! उफ्फ! ये M-अक्षर(मच्छर) आज मुझे मार ही डालेंगे !! चार(4)-चार मच्छर मिलकर मेरी अर्थी उठाएँगे, चार(4)-चार मच्छर मिलकर मेरी अर्थी उठाएँगे, बाकी ज़मात मिलकर 13वीं में खूब गदर मचाएँगे!! बाकी ज़मात मिलकर 13वीं में खूब गदर मचाएँगे!! ✒ सुशांत राजभर सत्या ©सुशांत राजभर #मच्छर उफ्फ़! उफ्फ़! उफ्फ़! उफ्फ! ये M-अक्षर(मच्छर), लगता है कि आज ये मच्छर मेरे प्राणरूपी आत्मा को शरीर से अलग करके ही मानेंगे! लगता है कि आज ये मच्छर मेरे प्राणरूपी आत्मा को शरीर से अलग करके ही मानेंगे! उफ्फ़!