तो क्या बोलेंगे हम... आंखों की नमी को कैसे रोकेंगे, अपनी बेचैनी को कैसे छोड़ेंगे । अपनी घबराहट को कैसे छिपाएंगे, दिल की धड़कन को कैसे ठहराएंगे। उनके ही पहलू में रहना है हमें उनसे कैसे कह पाएंगे हम। फ़िक्र है हमें उनकी ख़ुशी की ही, उनकी खातिर ही उनको भुलायेंगे। रो लेंगे अकेले में जी भर कर हम, पर उनके लिए सदा मुस्कायेंगे ।। रचना शर्मा "राही" हर सवाल का जवाब देना आसान नहीं होता! #पूछलिया #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi