काव्योगिता:-3 जो तूने सोच लिया तो पाना हैं ,उसको आसान, मन मे जो तेरे आया हैं, करवाना स्वयं से भान, अंदर के विश्वास की को जगा,यहीं तेरी पहचान, सिर उठा जीना हैं तुझे,यही हैं तेरी आन बान शान, एक ज्योत जला दिल मे,मन के तम को कर दूर, तेरे हौसले टूटने न पाये,तेरे हालात तुझें न करे मजबूर, आज ही वक़्त हैं कर जाना,भविष्य में होगा तो मशहूर, तपा अपने आप को,बनेगा तू एक दिन कोहिनूर, सबसे रिश्ता रखिये प्यार का,न उनसे करना कभी मोह, बस विश्वास का दीप जलाना हैं, न रिश्ते का बोझ ढोह, करते जाओ अपना किया,न किसी की बाँट जोह, तू ही अपना भला बुरा समझेगा,नही किसी को दोष दो, जीवन को तुझें ही बनाना है, तेरे हौसला ही काम आना है, फूलों की तरह महकाओ,बन खुशबू आशियाना सजाना हैं, तेरे ही अड़िग हौसलों से तुझे,लक्ष्य हासिल कर जाना है, रख विश्वास अपने ऊपर,तुझें मुकाम को पाना हैं। #rzकाव्योगिता3 #rzकाव्योगिता #rzhindi #yqrestzone #लक्ष्य