श्राद्ध ! /अंत .☯️☯️ एक रिवाज आज खत्म हुआ, मरणोपरांत के सम्मान का आज अंत हुआ , कितना अजीब है दुनिया का ये दस्तूर , यहां जीवित लोगों का खत्म हुआ सुरूर, जो पास है ,जो साथ है उसका वजूद सहज नहीं है , जो चला गया हमें छोड़ कर उसकी यादों का भी महत्व नहीं है,