जहाँ दफ़्न है जिस्म मेरा वहाँ एक बाग़ीचा बनाना, फ़िर उन फूलों से वहीं खुशबू ना आये तो कहना, तू दस्तक देती रहा करना फ़िर क़ब्र पर मेरी, उन फूलों से वो रंगत ना आये तो कहना, तू देखना क़भी गौर से ख़ुद में झाँक कर कभीं, तेरी धड़कनो में मेरी धड़कन ना मिल जाए तो कहना, तू करना याद क़भी उन लम्हों को जब हम साथ थे, तेरे चेहरे पर वही मुस्कान ना आ जाये तो कहना, ©Kumar #wetogether #Unnecessary_thaughts #nojotowriters indira Amita Tiwari sheetal pandya मेरे शब्द