छात्र–पीड़ा(असहनीय) हो गई रद्द मेरी बारहवीं की परीक्षा खतम हो गई मेरी जीवन शैली की सारी इच्छा सुबह को उठना, उठकर पढ़ना सोच सकारात्मक विचलित करना मिट गई छात्र की भाग्य दीक्षा हो गई रद्द मेरी बारहवीं की परीक्षा खुश हुए कुछ दोस्त मेरे उनको जैसे आजादी मिली पता नहीं उनको है शायद तरक्की ले खुद की अस्तित्व चली बता दूं उनको मैं संभली इस दो पल की खुशियां से गमगीन भली सहन करना अब हुआ है मुश्किल सरकार के फैसलों से आत्म व्यवस्था खत्म किया महामारी जैसे सभी छात्रों की आत्म–सुरक्षा खतम हो गई मेरी जीवन शैली क्यूं??? रद्द हो गई मेरी बारहवीं की परीक्षा…… ©Deependra jha #posponeexam #CBSE #cbseboard