अगर बीकी तेरी दोस्ती तो पेहले खरीददार हम होंगे, तुजे न होगी तेरी किंमत पर तुजे पाकर सबसे अमीर हम होंगे, दोस्त ना हो तो महेफिल भी समशान हैं सारा खेल दोस्ती का हैं मेरे दोस्त वरना जनाजा और बारात एक ही समान हैं। - हरिवंशराय बच्चन हरिवंशराय बच्चन