" चल इश्क का कुछ जायजा लिया जाये , आज मुहब्बत उस से उसकी मर्जी किया जाये , तमाम हसरतें इस ख्याल पे ठहरे हैं , आज से अपने इश्क़े मुहब्बत को कोई मुकाम दिया जाये ." --- रबिन्द्र राम Pic : pexels.com " चल इश्क का कुछ जायजा लिया जाये , आज मुहब्बत उस से उसकी मर्जी किया जाये , तमाम हसरतें इस ख्याल पे ठहरे हैं , आज से अपने इश्क़े मुहब्बत को कोई मुकाम दिया जाये ." --- रबिन्द्र राम