यार! मैंने सोचा कल यूँही बंद उसकी मुट्ठी थी मुझे किया मालूम उसमे मेरे नाम की चिट्ठी थी #बेपनाह #गलती #गलतफहमी #यादें #मोहब्बतें #गोया