दो दिल एक दूसरे से दूर है एक मुम्बई में तो दूसरा इलाहाबाद में धड़क रहा है लाख कोशिशों के बाद भी नहीं मना पाया आखरी बारिश की बून्द की तरह आँशु भी ख़त्म हो गये बीते सावन लाख कोशिशों के बाद भी नहीं मना पाया राधा किसन जी की तरह एक न हो पाया नाम के साथ दिल के तार ही जुड़ पाया #DilKeTaar