धर्म के नाम पर हर बाशिंदा मर मिट रहा है, भाईचारे का अफसाना अब लिखेगा कौन? वो लहू बहाकर चले गए इस एक तिरंगे कि खातिर, देख हश्र इस देस का अब वो तिरंगा भी है मौन। लड़ना, मरना, कटना, मिटना ही है तो वो एक ही बार होना चाहिए, वो भी सिर्फ वतन पर। अगर वो भी न होता है तो क्या ख़ाक हिन्दुस्तानी हैं हम। कारगिल विजय दिवस की सभी देश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं🇮🇳 जय हिन्द, जय भारत🇮🇳🇮🇳🇮🇳 #cinemagraph #भारत