मै बहुत देख चुकी ये दुनिया, सबकी नजरों से, अब खुदकी नजरों से देखूँगी। जो बांधी है जंजीरें, समाज के लोगो ने, उन जंज़ीरों को तोड़ूंगी। सुनाऊँगी चीला-चीला के , उन हरामी नामर्दों को, उनके मंसूबों को फोडूंगी। मजबूर नही मजबूत हूँ, ये सुन लो दुनिया वालो, मुझे क्या सिखाते हो कैसे रहना है। दम हैं तो, खुद के बेटों को समझा लो। (ये उन लोगो के लिए है जो रास्ते चलती लड़कियों पर comment करते है) जिनको सहना था उन्होंने सह लिया, मगर मुझसे ना सहा जायेगा, मै आज की लड़की हूँ, कुछ बोलने से पहले सोच लेना, मुझसे चुप ना रहा जायेगा। ना कैद करो मुझे घरो के पिंजरों में, ना सर्कस सा नचाओ मुझे, क्या पहनना है, कहाँ जाना है, कब आना है, ये सब ना सिखाओ मुझे। #GirlPower