लगा कि सफर खत्म हो गया फिर उम्मीद ने दस्तक़ की नहीं साहेब ये मोड़ है ये इम्तिहान है तस्लीम करने को के तू इसका या ये तेरा तोड़ है #end #सफ़र #ख़त्म #मोड़ #इम्तिहान #तस्लीम