#मासिक धर्म# ये कैसे शिक्षित समाज में रहते हैं हम मेरी एक फ्रेंड स्कूल लेक्चरर के घर में किराए से रहती है जब उसको मासिक धर्म की सार्वभौमिक प्रक्रिया होती है तब उसे हिदायत दी जाती है कि वह अपने कपड़े बाथरूम में न धोकर बाहर के नल पर धोए, क्योंकि बाथरूम का जो नल है वो रसोई घर के पानी के टैंक से जुड़ा हुआ है हम सोच भी नहीं सकते कि आज के दौर में भी ऐसी थिंकिंग वाले लोग हमारे समाज में रहते हैं और वह भी एक शिक्षक ऐसी सोच को लेकर अपने विद्यार्थियों को क्या शिक्षा दे सकता है।। जब तक यह सोच नहीं बदलेगी महिलाओं के प्रति तब तक इस देश का कुछ नहीं हो सकता।। जय भीम, सामाजिक कुरीतियों में दो ढीम🙏 ©Sopiya Uday #सोच_बदलो_देश_बदलो