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हे मनुष्य,,,, अगर रेत में मिश्री बिखर जाए, तो हाथ

हे मनुष्य,,,,
अगर रेत में मिश्री बिखर जाए, 
तो हाथी
उसे नहीं खा सकता किन्तु चिंटी उसे खा लेती है l 
इसी तरह जो अहंकार त्याग कर छोटा बनकर रहता है, उसका ही परमात्मा से मिलन सम्भव है,
 परमात्म तत्व बड़ा बारीक
है, मोटे मन वाला (अहंकारी )
ब्यक्ति उसे नहीं पा सकता ll

©Virendra Kumar
  #mountainsnearme साहेब

#mountainsnearme साहेब #भक्ति

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