Read in caption..... नींद खुली लगा किसी ने दस्तक दिया, मैंने देखा चारों ओर, लंकेश नम आंखों से बोल पड़ा, कब तक मुझे ऊही जलाओगे, मैं तो मर चुका हूं फिर भी बदनाम किए जाओगे, उस गलती की सज़ा तुम क्युँ मुकर्रर किए जाओगे, राम ने मारा था मुझे तुम क्यूंँ मुझे जलाओगे, मर चुका है अगर किसी से अंदर का दानव, क्या तुम कोई ऐसे शख्स को ढूंढ के लाओगे। रावण... . वीर बलसाली और ज्ञानी था वो, तुम्हें लगता नहीं कि बड़ा प्रकर्मी था वो, सबसे बड़ा पुजारी और भक्त महाकाल का था वो, सर्व शक्तिशाली और प्रिय शिव शंकर संभु कैलाश का था वो, बुरा कैसे कहूं उसे पूरा लंका खुशहाल था जो, और बात राम के साथ युद्ध की ही थी ना,