यूँ कब तक हम एक दूसरे से दूर रहेंगे कब तक एक दूसरे को छिप छिप कर देखते रहेंगे... न वो मुझे कुछ कहता है न मैं उससे कुछ कह पाती हूँ.. काश वो बिना बोले मेरी धड़कनों को समझ पाता... मेरी रूह को छू कर मुझे मीठा सा एहसास दे जाता... दिल में एक डर है कहीं वो दूर न हो जाए.. मुझे समझने से पहले मुझे भूल न जाए.. उसकी नज़रों ने मुझे इतना कमज़ोर कर दिया है... अब शायद ही मैं उससे कुछ कह पाऊँ... ©Shaista Ansari #UnkahiBatein