गिद्ध मरे हुए इंसानो को नोचते थे भूल गए वो अपनी चाल है जो नोचते हैं इन अबला को वो इंसानो की शक्ल में हैवान है उठो अब सीखो सेल्फ डिफेंस तुम,हर बार ना बचाने आएंगे तुम्हें वो मुरलीधर जिनका नाम है बनो ना तुम द्रौपदी बन जाओ माँ दुर्गा ,नर संहार ही जिनका काम है कमजोर नही हो तुम कलम में तुम्हारी छुपा है हक़ कीबोर्ड पर चलती उंगलियों में भी सारे जहाँ को जीतने का छुपा हुनर कमाल है बैठे है घात लगाकर शकुनि दुर्योधन चारो तरफ़ अपने आजकल ये बातें आम है कब तक आस लगाओगे तुम बिके हुए इन सिपाहीयों से जो तुम्हारी रक्षा करने में नाकाम है स्वयं जो लज्जा हींन पड़े है वे क्या लाज बचाएंगे तुम्हारी छोड़ो मेहंदी हाथों की संभालो खड्ग खुद ही बचानी इज्जत तुम्हे खुद की जो तुम्हारी शान है अब का राजा नही है अंधा गूँगा-बहरा, पर उस तक ना पहुंच पाती तुम्हारी हर बार आवाज है होंठ सिले है जनता के कानों पर पहरा लगा है झूट का तुम्हारे आँसू देख पाने में ये नाकाम है भर लो अब हुँकार खुद ही, पहचानो इन दरिंदो को हर बार ना बचाने आ पाएंगे वो मुरलीधर जिनका नाम है... वो मुरलीधर जिनका नाम है.... ©Priyansh happy women's day always be strong girls #girs #Strong #Tranding #special