चल खुदा ढूंढते हैं, राहें जुदा ढूंढते हैं, जीते तो सब हैं, खुद के लिए, जो मरे दूसरों के लिए, उनसे ये अदा पूछते हैं, चल खुदा ढूंढते हैं, राहें जुदा ढूंढते हैं। वो भी तो प्यासे होंगे, लगती भूख भी होगी, भूल जाते हैं खुद को, उनकी ये सदा पूछते हैं, चल खुदा ढूंढते हैं, राहें जुदा ढूंढते हैं। ©Anand Prakash Nautiyal #खुदा#ढूंढते#हैं #covidindia