सवैया जो दुखिया अरु शोषित दीन तुझे जब पाय सन्त्रास टला हो ललना हित मोहन क्षेमकरी वह मेटत फांस बला छोड़ दिया जग ने शुचिता पर दाग लगा तलवार चला मोहन मीत महा प्रभु दीनन को वरलो दुःख ताप जला। सांध्यगीत #savaiya #chhand #Krishna #Bhakti #rhythm #Janamashtmi2020