ना मुस्कुराया कर यू बेवज़ह दिल करता हैं तेरे होटों की लाली बन जाऊं ना सरमाया कर यू बेवज़ह दिल दिल करता हैं तेरे कानो की बाली बन जाऊं #vikas #saini #poetry