™¶¶¶¥€【♀♂】€¥¶¶¶™ सबके अपने - अपने भाव है , उनके अलग - अलग दाव है , कहीं से लगाव है ,कहीं टकराव है, कहीं पे शुकूँ की 'मरहम' , कहीं चोट , कहीं वही घाव है , जिसका जैसा सुद्द स्वभाव है , उसका उनसे वैसे लगाव है , इसलिए हर बात का चुनाव है , सही चुने तो ठहराव है , अलग लगे तो बदलाव है , यही उनके लिए तनाव है, * भीड़ से अलग दिखे , तो हाऊ है ? यही हर एक का स्वभाव है ! #जय_हो ✍🏻धीरज चौधरी