मेरी इजाजत बगैर वो सांसें तलक नहीं लेता फिर भी हवाओं से कुछ न कुछ वास्ता है उसका । मेरे दामन में दाग नहीं लगाया हैं उसने फिर भी कहीं ना कहीं इन आंसुओं से वास्ता है उसका ।। #shyar #kaviasif #shayari