अब बस यहीं,, ठहर जाने को दिल करता है हवाओं की तरह छू कर तुम्हें गुज़र जाने को दिल करता है जब तू भी चाहने लगे मुझे मेरी तरह उस वक्त अपने इश्क से मुकर जाने को दिल करता है।। जो तेरा नहीं, उसके लिये रोना नहीं Collab के लिये आप सादर आमंत्रित है। #ऋषि_अग्रवाल #rishi_sagar #editorrishi #rishiagarwal #सूफ़ियाना_इश्क़_मेरा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with ऋषि अग्रवाल