आज एक कहानी लिखुंगा मेरे मित्र प्रोफ़ेसर की वो आप जनाब में इतना शालीन हैं कि मेरी उसने कभी नही बनती उन्होंने अपने आप को सलीके में ऐसे लपेट लिया है कि मैं क्या कहूँ , बिल्कुल सलीके में रहिये रोबोट बन जाइये , और झूठी शख्शियत के जीये , अंदर से उनके धूम धड़ाम होता रहता है मतलब है एक दम YO BRO टाइप्स, पर ऐसी ऐसी सलीके में डूबी जी आप जनाब में इतना पका देतीं है कि मैं क्या ही कहूँ अब देखो संस्कार अच्छे है भाई उनके क्योंकि वो बातें अच्छी करते है, और दिल अंदर से ROCKING हो रहा है कैसे फंसे पड़े है देखो कभी कभी समझ नही आता ये , चेहरों की उआह पोह , या संस्कारो की उआह पोह , समाज की उआह पोह , भाई एक दम असली के नकली हो या नकली के असली ये भी एक MYTH है खैर उन्हें रजनीकांत बचाये वही कुछ कर सकता है एन्ना रासकालः टाइप्स कुछ होगा अब देखो मैनै एन्ना रासक्ला लिखा और गूगल ने उसे रासकाल में परिवर्तित कर दिया , पर ये छोटी छोटी मजेदार वाकये एक दम झपाक होंतें है #neerajwrites कुछ मजेदार कहानियां