दूरियां कुछ बढ़ गई हैं अभी बहुत सी बातें बाकी हैं, तेरे किए वादे की बहुत सी मुलाकतें बाकी हैं। घूमूं कब तक मारा-मारा इस ज़मी आसमां तक, वो गमों का लम्हा अकेले देखूं कहां तक.....। जिस दिन होगा सजदा तेरा वो वक्त आने में अभी रातें बाकी हैं। दूरियां कुछ बढ़ गईं हैं अभी बहुत सी बातें बाकी हैं , तेरे किए वादे की बहुत सी मुलाकातें बाकी हैं।। ✍️ ठाकुर अमित ©ठाकुर अमित #SAD #Shayar #write #poem #Love #breskupstory #stairs #Lo #kalam