मेरे दर्दों से मुझे खुद ही लड़ने दो,, सीने में जो उतर गए हैं अश्क अंगारे बनकर,, इसमें मुझे खुद ही जलने दो,,, पता है बहुत सुकून है इस दर्द के संमदर में,, इसमें मुझे खुद ही डूबने और खुद ही उतरने दो,, ये जो दर्द है ना बस मेरे है,, इसे बस मेरा ही रहने दो,,!!! अद्रितनया ©Adritanaya अद्रितनया #Poetry #Poertyunplugged #hindi_poetry #hindi_shayari #Love #Lights