कब खोलो गे उन, खिड़कीयो और दरवाजों को वो सुबह सुरज की किरणें, घर आने के इंतजार मे है..! घर से निकलते वक्त, कब तक आयोगे घर पुछता है हर रोज...! कितने दिन हो गए हैं आपको, घर से बातें किये। अब तो नए साल का जश्न भी ख़त्म हुआ जाता है। घर पूछ रहा है। #घरपूछताहै #collab करें #yqdidi के साथ। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqdidi #yqquotes #yqquoteshindi