#OpenPoetry जुदा होकर भी, हम जुदा न हुए, इश्क़ की कहानी के,वो दो हमनवां न हुए, बात जो तूने कही,हम वो भुला न सके, हो कर भी मैं तेरा,तेरा न हुआ, इश्क़ की दलीलों का,गवहां न हुआ, जुददा तो किया तूने,मुझे खुद से, पर मैं फिर किसी का हमनवां न हुआ, कि जुददा हो कर भी हम जुददा न हुए... #judda_hue...